किसने सोचा था कि मैं IIFT को याद करूंगा ? लेकिन अब ऐसा है। मुझे बहुत सारी बातें याद आएंगी ...... बहुत आएंगी ॥ सर्दी कि गुनगुनी धुप में घूमना, कैफे में बैठकर नीम्बू पानी पीना, तुम्हारा मजाक बनाना , अपना मूर्ख बनना ,२ रूपये की चाय के लिए लड़ाई , १ रूपये कि मठरी को आधा आधा खाना, NCERT में जाके चिट्ठी डालना, ATM के सामने तुम्हे परेशान करना , मैक्रोनी में तुम्हारा 'मूँ मारना' , नॉएडा में दोस्तो के पास जाना ,टंकू में मिलो पीना.... क्या मुझे ये कभी इतना आकर्षित कर सकता था?
और ये सब केवल तुम्हारी वजह से है मंदबुद्धि ।
Wednesday, December 12, 2007
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